नीम का वृक्ष एक बहु उपयोगी वृक्ष है. इसे सब ही अच्छी तरह से जानते पहचानते हैं. इसके फल जिन्हें निमोली कहते हैं तेल का अच्छा स्रोत हैं. नीम का एक सामान्य वृक्ष साल में लगभग 30 से 50 किलो तक फल देता है. ये फल जमा कर लिए जाते हैं और फिर इनकी गुठली को गूदे और छिलके से अलग कर धोकर सुखा लिया जाता है. अब ये गुठली तेल निकालने के लिए तैयार हो जाती है.
इन गुठलियों को मशीन के सहायता से दबाकर तेल निकाला जाता है. ये एक गाढ़ा तेल होता है जिसमें नीम के कड़वी गंध आती है और इसे आसानी से पहचाना जा सकता है. तेल निकालने के बाद जो नीम की खली बचती है वह अच्छी प्राकृतिक खाद के रूप में प्रयोग की जाती है. इसके इस्तेमाल से पौधों में कीड़ा भी नहीं लगता.
नीम का तेल एंटीसेप्टिक है. ये जर्म्स को समाप्त करता है. फोड़े, फुंसी, घाव पर अकेला ही या फिर किसी अन्य दवा या तेल में साथ मिलकर लगाया जाता है. इसको पानी में मिलकर सर धोने से खुश्की और सर में खुजली, घाव आदि की समस्या दूर होती है.
शैम्पू के साथ नीम के तेल का प्रयोग कैसे करें? How to use Neem Oil with Shampoo
शैम्पू के साथ नीम के तेल का प्रयोग करने के लिए जितना शैम्पू सर में लगाना हो अलग लेकर उसमें चार पांच बून्द नीम का तेल मिलकर अच्छी तरह मिक्स करलें और फिर उसे सर धोने में प्रयोग करें. इसीसे सर की खुजली, रुसी से छुटकारा मिलता है और बालों को पोषण मिलता है.
नहाने में नीम के तेल का इस्तेमाल
नहाने के लिए नीम के तेल का प्रयोग करने के लिए नीम के दस से पंद्रह बून्द तले को थोड़े से गर्म पानी में मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें जिसे तेल पानी में मिल जाए. अब इस पानी को नहाने के पानी में मिलादें और इस्तेमाल करें.
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