बांदा या बंदा एक पैरासाइट हर्ब है. ये आम, बबूल, बरगद, आदि के वृक्षों पर पाया जाता है. ये जिस पेड़ पर होता है उसे के गुण इसमें आ जाते हैं.
आम तौर से बंदा को हड्डी टूटने और हड्डी की चोट में प्रयोग करते हैं. इसकी पत्तियों को पीसकर तेल में पकाकर चोट के स्थान पर लगाने से और हड्डी को सहारा देकर ठीक प्रकार से बांध देने से हड्डी जल्दी जुड़ जाती है.
हड्डी की चोट में और हड्डियों को ताकत देने के लिए बाँदा को पीस कर इसका पाउडर एक से तीन ग्राम की मात्रा में दिन में एक से दो बार दूध के साथ प्रयोग करने से लाभ होता है. इसका अंदरूनी प्रयोग कभी कभी ज़हरीले प्रभाव भी उत्पन्न करता है. इसलिए इसका प्रयोग काबिल हकीम या वैध की निगरानी में ही करना चाहिए.
बांदा में खून को बंद करने का गुण है. ये मासिक धर्म के अत्यधिक रक्त प्रवाह को नियमित करता है.
बांदा डायूरेटिक है इसका प्रयोग गुर्दे की पथरी को तोड़कर निकल देता है.
आम तौर से बंदा को हड्डी टूटने और हड्डी की चोट में प्रयोग करते हैं. इसकी पत्तियों को पीसकर तेल में पकाकर चोट के स्थान पर लगाने से और हड्डी को सहारा देकर ठीक प्रकार से बांध देने से हड्डी जल्दी जुड़ जाती है.
हड्डी की चोट में और हड्डियों को ताकत देने के लिए बाँदा को पीस कर इसका पाउडर एक से तीन ग्राम की मात्रा में दिन में एक से दो बार दूध के साथ प्रयोग करने से लाभ होता है. इसका अंदरूनी प्रयोग कभी कभी ज़हरीले प्रभाव भी उत्पन्न करता है. इसलिए इसका प्रयोग काबिल हकीम या वैध की निगरानी में ही करना चाहिए.
बांदा में खून को बंद करने का गुण है. ये मासिक धर्म के अत्यधिक रक्त प्रवाह को नियमित करता है.
बांदा डायूरेटिक है इसका प्रयोग गुर्दे की पथरी को तोड़कर निकल देता है.
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