सहजन एक बहुत ही गुणकारी और लाभकारी वृक्ष है। इसे सहजन, सहजना, शोभनजन, और अंग्रेजी में मोरिंगा moringa, कहते हैं. ये बहुतायत से पाया जाने वाला पेड है. जनवरी, फरवरी
में ये सफेद रंग के गुच्छेदार फूलो से लद जाता है. फिर इसमें लम्बी लम्बी फलिया लगती
हैं. इन फलियो को drum stick भी कहते
हैं. सहजन का वृक्ष बीज से बहुत आसानी से उग आता है। बरसात में इसके बीज जमीन या गमले में लगा दीजिए ये बीज बहुत जल्दी, थोड़ी नमी निलते ही फूट निकलते हैं। अगर इसके पौधे से जल्दी फायदा लेना हो तो इसे कलम से लगाएं।
अजीब बात है की इसका पौधा मोटी शाखा को बरसात में जमीन में लगा देने से जड़ पकड़ लेता है और बहुत जल्दी इसमें फूल और फल आते हैं। इसकी लकड़ी में पानी की मात्र बहुत होती है। ये आसानी से सूखती नहीं। इसलिए ये जलाने के काम नहीं आती।
ये एक कमजोर लकड़ी वाला वृक्ष है लेकिन इसे गुण बहुत हैं। ये एक सम्पूर्ण दवा है और आजकल के रोगों जैसे ब्लड प्रेशर और अवसाद में बहुत अच्छा काम करता है। अगर जगह हो तो हर किसी को इसका पौधा जरूर लगाना चाहिए।
सहजन का मतलब पड़ोसी होता है। ये एक अच्छे पड़ोसी का काम करता है। सब्जी न हो तो इसकी पत्तियों की सब्जी बनाकर खाओ। इसमें प्रोटीन भी है और गुणकारी तत्व भी।
फलियो का स्वाद कडवा होता है. हरी फलिया सब्ज़ी के रूप में पकाकर खाई जाती हैं. इनका अचार भी डाला जाता है. सिरके/ vinegar में डालकर भी रखी जाती है जिससे साल भर खाने के काम आ सके.
सहजन जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करता है. इसकी कच्ची फलियों को सब्ज़ी के रूप में खाने से जोड़ो के दर्द में रहत मिलती है.
इसकी फलियों को सुखाकर पाउडर बनाकर तीन ग्राम सहजन पाउडर तीन ग्राम अश्वगंधा पाउडर और एक ग्राम काली मिर्च पाउडर को मिलकर सुबह और शाम पानी के साथ इस्तेमाल करने से जोड़ों के दर्द और सूजन से छुटकारा मिल जाता है.
फलियो का स्वाद कडवा होता है. हरी फलिया सब्ज़ी के रूप में पकाकर खाई जाती हैं. इनका अचार भी डाला जाता है. सिरके/ vinegar में डालकर भी रखी जाती है जिससे साल भर खाने के काम आ सके.
कहा जाता है कि इसकी तीन फलिया एक अण्डे के बराबर
ताकत रखती हैं. सब्ज़ी के रूप में इसके पत्ते, फूल और फलिया प्रयोग की जाती हैं.
ये कुपोषण को दूर
करता है. जोडो के दर्द और आंख के विकारो में फायदेमंद है. सहजन ब्लड प्रेशर को घटाता है. इसके लिए इसकी पत्तियां छाया में सुखा लें इन पत्तियों को दस ग्राम की मात्रा में एक कप पानी के साथ उबालकर काढ़ा बनाकर सुबह खाली पेट और शाम को खाली पेट पिने से ब्लड प्रेशर ठीक रहता है. सहजन जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करता है. इसकी कच्ची फलियों को सब्ज़ी के रूप में खाने से जोड़ो के दर्द में रहत मिलती है.
इसकी फलियों को सुखाकर पाउडर बनाकर तीन ग्राम सहजन पाउडर तीन ग्राम अश्वगंधा पाउडर और एक ग्राम काली मिर्च पाउडर को मिलकर सुबह और शाम पानी के साथ इस्तेमाल करने से जोड़ों के दर्द और सूजन से छुटकारा मिल जाता है.
I bought sajjan..That is like neem in taste..Why?
जवाब देंहटाएं