बरसात में पौधों को उगाना आसान होता है. घरेलु बगीचों में सुंदरता के लिए पौधे लगाए जाते हैं. जिन घरों में जगह कम हो वहां छत पर या बालकनी में भी पौधे लगाए जाते हैं. कुछ बेलें ऐसे होती हैं जो किसी कोने, किनारे में भी लग जाती हैं.
अधिक सुंदर दिखने के लिए इसके गमले में मॉस स्टिक लगाकर इस बेल को उसपर चढ़ा दीजिए. इससे इसके पत्ते बड़े हो जाते हैं क्योंकि इसकी हवाई जड़ें मॉस स्टिक से भी नमी लेती हैं और डबल न्यूट्रीशन से इसके पत्ते खूब बढ़ते हैं.
यदि इसे किसी बड़े वृक्ष पर चढ़ा दिया जाए तो इसके पत्ते एक से डेढ़ फुट के आकार तक बड़े हो जाते हैं. मैंने अपलने घर में मनी प्लांट को आम के वृक्ष पर चढ़ा रखा था. देखने वाले इसे मनी प्लांट के बजाय कोई और पौधा समझते थे. क्योंकि पत्तों का आकार बहुत बड़ा, बेल बहुत मोटी और रंग बहुत खिलता हुआ था. मनी प्लांट को पोथोस भी कहते हैं.
कोलियस
कोलियस ऐसा पौधा है जिसे बरसात में लगाना चाहिए. ये कटिंग से लगाया जाता है. वैसे इसके बीज भी होते हैं लेकिन बीजों से उगना थोड़ा कठिन काम है. इसके पौधों को बरसात में लगाएं. आसानी से लग जाता है. इसके रंग बहुत खूबसूरत होते हैं.
कोलियस के पौधे के आखिरी सिरे पर लम्बे गुच्छो में फूल आते हैं जिनमें बीज बनते हैं. अगर पौधे के खूबसूरती बरकरार रखना है तो इन फूलों को कटर से काटकर अलग करदें. क्योंकि फूलों के आने और बीज बनने से पौधे की पत्तियों में खूबसूरती बाकी नहीं रहती.
ये पौधा न सिर्फ सुंदर पतियों की वजह से जाना जाता है बल्कि आसानी से लग जाता है. थोड़ा ध्यान रखा जाए तो कोलियस बाजार से एक बार खरीदने के बाद हमेशा रहता है. कोलियस बहुत से रंगों में उपलब्ध है. इसकी खूबसूरत पत्तियां ही इसकी पहचान हैं. ये साल भर रह सकता है अगर इसकी अच्छी देखभाल की जाए. इसे अधिक पानी और बहुत देखभाल की आवश्यकता नहीं है. इसके गमले में गोबर की खाद डालने से पौधा अच्छी तरह बढ़ता है. अगर इसे लगाकर इसकी अच्छी प्रूनिंग कर पौधा बढ़िया शक्ल में बनाया जाए तो अक्टूबर, नवंबर में इस पौधे पर शबाब होता है. जाड़ों में इसके रंग और खूबसूरत लगते हैं. ये पौधा साल दो साल रह सकता है. लेकिन अच्छे परिणाम के लिए हर साल इसके नए पौधे लगाएं.अगावे
अगर आप चाहते हैं की पौधे की कम देख भाल करना पड़े तो सकलेंट किस्म के पौधे लगाएं. इस प्रकार का एक पौधा अगावे है जो कई वैराइटी में मिलता है. इसे कम पानी चाहिए. ज़्यादा पानी में इसकी जड़ें सड़ जाती हैं.
बरसात में इसे वाटर लाग्गिंग से बचाएं. इसकी पत्ती के सिरे पर एक कांटा होता है. इससे भी बचाव रखें. कभी ये गमले की देख भाल करते समय आंख में भी चुभ गया है. बच्चों को भी इससे दूर रखें.