शोर से सुरक्षित रहना है तो पेड़ लगाएं.
पेड़ न केवल ऑक्सीजन देते हैं और हवा को साफ और सुरक्षित रखने के लिए ज़रूरी हैं. लेकिन इसके आलावा भी पेड़ पौधे ही भोजन का साधन हैं. ये गर्मी और सर्दी दोनों के बीच एक रूकावट का काम करते हैं. ये प्रदूषण को घटाते हैं और बहुत से हानिकारक पदार्थ हवा और पानी से सोख लेते हैं.
छाया के लिए बहूत पुराने ज़माने से पेड़ लगाने का चलन है. सड़को के किनारे छायादार पेड़ न केवल छाया प्रदान करते हैं बल्कि इनसे फल भी मिलते हैं, जानवरों के लिए पत्तियां, और लकड़ी भी मिलती है. ये पर्यावरण को दुरुस्त
रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं की पेड़ ध्वनि प्रदूषण से भी बचाते हैं और ध्वनि को सोखकर आपकी रक्षा करते हैं.
पेड़ों के मोटे तने और खुरदुरी छाल से टकराकर ध्वनि की तरंगें परावर्तित हो जाती हैं और उनकी आवृति बदल जाती है और वे कमज़ोर पड़ जाती हैं. पेड़ों की पत्तियां ध्वनि की तरंगों को सोख लेती हैं. इस प्रकार ये ध्वनि प्रदूषण से बचाती हैं.
ध्वनि प्रदूषण से बचने के लिए कौन से पेड़ लगाए जाएं
अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहां सड़क से आने वाला शोर ज़्यादा है और आपके पास बड़े पेड़ लगाने के लिए जगह है तो सड़क की तरफ ऐसे पेड़ लगाएं जिनकी पत्तियां घनी हों. देसी पेड़ों में कदम्ब, बरगद, नीम के पौधों से काम लिया जाता था. लेकिन ये वृक्ष बहुत बड़े होते हैं और इनके लगाने के लिए ज़्यादा और बड़ी जगह चाहिए.
इस समस्या को हल करने के लिए झाड़ीदार पौधों का चयन किया जा सकता है. जैसे बोगनवेलिया जिसकी कई वैराइटी हैं और इसके फूल बहुत सुंदर लगते हैं.
गुलाब की बेल दीवारों पर चढ़ाई जा सकती है. ये घना पौधा है और इसके फूल बहुत सुंदर लगते हैं
देसी मेहंदी या हिना के पौधों का प्रयोग बाढ़ या हेज के रूप में क्या जा सकता है. हेज एक घनी दीवार के रूप में लगायी जाए और ये इतनी घनी हो जिसके आर पार न दिखाई दे, और इतनी ऊँची हो की इसके पार न देखा जा सके. ये हेज बहुत अच्छे ध्वनि कवच का काम करती है.
करौंदा भी घना और खूबसूरत होता है, इसके पौधे भी अधिक ऊँचे नहीं होते लेकिन ध्वनि को सोखने में मददगार साबित हो सकते हैं.
कामनी का पौधा भी घना होता है इसकी लम्बाई भी ज़्यादा नहीं होती और इसमें खूबदार फूल खिलते हैं.
जुनिपर भी एक झाड़ीदार पौधा है जिसे आसानी से लगाया जा सकता है.
कमरे में इंडोर प्लांट लगाने से न केवल ध्वनि प्रदूषण कम होता है ये पौधे हानिकारक रेडिएशन जो टीवी और अन्य गैजेट से निकलता है, को भी सोख लेते हैं.
पेड़ों का सही इस्तेमाल ज़िंदगी को ज़्यादा आरामदेह बना सकता है.