खुरफ़ा जंगली को लोनिया का साग या नोनिया भी कहते हैं. इसे भी साग सब्ज़ी की तरह पकाकर खाया जाता है. जड़ी बूटी के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है.
बाजार में जो कुलफा का साग मिलता है वह बड़े पत्ते वाला होता है. जंगली कुलफा या खुरफा छोटी पत्ती वाला होता है. इसमें पीले फूल खिलते हैं. इसे नोनिया, या नोनिया का साग भी कहते हैं.
यह खेतों में, खाली पड़े स्थानों में, गमलों में अपने आप उग आता है. इसके उगने का समय मार्च अप्रेल से जुलाई अगस्त तक है. इसे बड़े चाव से लोग सब्ज़ी के रूप में खाते हैं.
जंगली लुनिया लाल रंग के फूलों वाली और नोनिया पीले फूल वाला दोनों एक ही कुल के पौधे हैं. इसलिए इनका स्वभाव भी एक है. इसमें पानी की मात्रा अधिक और पौष्टिक पदार्थ कम होते हैं. इसलिए यह मोटे लोगों के लिए फायदेमंद है. इसके खनिज पदार्थ जैसे मैगनीशियम, लोहा और कैल्शियम सेहत को दुरुस्त और हड्डियों, दांतो के लिए फायदेमंद है.
यह सुपाचक है इसलिए पाचन तंत्र की समस्याओं के लिए लाभकारी है.
लेकिन ध्यान रखें इसमने अक्ज़िलेट होता है जो गुर्दे की पथरी वाले मरीज़ों के लिए नुकसानदेह है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें